Karma Siddhant
कर्म सिद्धान्त
Hindi
Shreemati Deshbandhu
आध्यत्मिकता में "कर्म योग" या "कर्म सिद्धांत" यह एक ऐसा जटिल विषय है जो अनेक लोगों को कठिन तथा उलझा देनेवाला प्रतीत होता है जिसे ब्रह्मर्षि पितामह पत्रीजी ने अपने उन्नत महाज्ञान से उसे अत्यंत सरल और सुंदर रूप में हमें उपलब्ध कराया है। कर्म होता क्या है? उसके अनेक रूप कोनसे है? क्या कर्म को हम इसी जन्म में पूर्ण कर मुक्त हो सकते है? कर्म के नियम किसे और किस तरह लागु होते है? क्या हम कर्मचक्र से बाहर आ सकते है? इत्यादि हमारे प्रतिदिन मन में आनेवाले प्रश्न जिसे हम अपने कर्मों को जानने की कोशिश करते है परंतु समझ नहीं पा रहे है ऐसे कर्मो की दशाएँ हमें रोचक उदाहरण के माध्यम से इस पुस्तक में बताई गई है जो आपका कर्म बदल देगी और सत्य की राह पर चलने के लिए आपको प्रेरित करेगी।
Karma Siddhant (कर्म सिद्धान्त)
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₹250.00Price
- 5in by 8in
- Second Edition
- 138 pages
- ISBN 978-9392842948