Prashnottar Patriji ke Sang
प्रश्नोत्तर पत्रीजी के संग
Hindi
Brahmarshi Pitamaha Patriji
यह पुस्तक उन सभी लोगों के लिए है जो केवल ध्यान के बारे में ही नहीं बल्कि ध्यान से जीवन कितना मूल्यवान बन सकता है, यह जानना चाहते हैं, उनके लिए हैं । यह पुस्तक हमारे दैनिक जीवन को एक नई दिशा दिखाती है । हम सब अपने जीवन की रचना स्वयं करते हैं परन्तु उसे सही मायने में जी नहीं पाते और उसमें फँस कर दुखी होते रहते है । पत्री जी ने जीवन अनुभव करते हुए लोगों के लिए एक आदर्श उदाहरण स्थापित किया है। इस पुस्तक में आपको अपने अनेक प्रश्नों के उत्तर, जिन्हें आप कितने समय से ढूंढ रहे हों, अवश्य प्राप्त होंगे । हमें प्रकाश मार्ग दिखाने वाला "ध्यान" किस प्रकार हमारी हर समस्या का निवारण करने की शक्ति रखता है यह पत्री जी ने अत्यंत सरल और सुन्दर रूप से हमें बताया है । पढ़ते-पढ़ते, पत्री जी के संग आपका यह "संवाद" अत्यंत रोचक बन जायेगा और आप अपने जीवन को परिवर्तित करने का सामर्थ्य सरलता से प्राप्त कर पायेंगे।
Prashnottar Patriji ke Sang (प्रश्नोत्तर पत्रीजी के संग)
- 5in by 8in
- Second Edition
- 174 pages
- ISBN 978-9392842917